राज्यसभा ने इतिहास बनाया भी और बनते हए देखा भी: पीएम मोदी

नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 250वें सत्र में राज्यसभा को संबोधित करत हुए कहा कि स्थायित्व और विविधता इस सदन की सबसे बड़ी खासियत है। उन्होंने कहा कि पहले विराधाभाव कम थालोकन अब संघर्ष ज्यादा है। इसके साथ ही बिहार दर्दनाक उन्होंने ऊपरी सदन में कई महत्वपूर्ण बातें रखी। संसद का शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। लंबित मुद्दों के सकारात्मक ढंग से समाधान और प्रदूषण, अर्थव्यवस्था व किसानों से जुड़े मसलों पर सभी दलों के साथ मिलकर काम करेंगे। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद प्रधानमंत्री के इस आश्वासन से सहमत नहीं दिखे। उन्होंने कहा कि सदन में बात जब बेरोजगारी, आर्थिक मंदी और किसानों की स्थिति की होती है तो तब सरकार अलग हादसाः 6 बच्चों पर पलटा अगर जलेबी रुख अपनाती है। उन्होंने कहा कि विपक्ष आर्थिक सस्ती एवं बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 250वें सत्र पर संबोधित करते हुए राज्यसभा में कहा कि हमें एनसीपी और बीजेडी से सीखना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों सदनों के सांसद कभी वेल में नहीं आए। उन्होंने कहा कि वेल में नहीं आकर भी दोनों ने दिल जीत लिया। राज्यसभा सेकेंड हाउस सेकेंडी नहीं। सेकेंड हाउस को सेकेंडी बनाने की कोशिश न करें। हम सहभागी बनकर देश को आगे ले जाने का काम करते हैं। राज्यसभा को सपोर्टिव हाउस बना रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र हित को केन्द्रित रखना ही होगा। पीएम मोदी ने कहा कि बिना राज्य के विकास के देश विकास नहीं कर सकता है